प्रस्तुत ‘तरंग हिंदी व्याकरण’ शृंखला को आपके समक्ष प्रस्तुत करते हुए हमें अपार हर्ष का अनुभव हो रहा है। इसकी रचना (कक्षा प्रथम से आठवीं तक) सभी राज्यों के शिक्षा बोर्डों द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के आधार पर की गई है।
इस पुस्तक शृंखला के माध्यम से हमने विद्यार्थियों को सुरुचि एवं आनंद के साथ व्याकरण जैसे कठिन और बोझिल विषय का अधिगम कराने का प्रयास किया है। पुस्तक में ‘सजीव चित्रें’, ‘याद रखें’ तथा ‘हमने जाना’ के माध्यम से पाठों को सरल, सहज और रोचक ढंग से समझाया है। पुस्तक शृंखला में ‘लिखकर देखें’ और ‘समझें और करें’ का समावेश विद्यार्थियों में भाषा-विश्लेषण एवं तर्कशक्ति के विकास हेतु अवश्य ही उपयोगी सिद्ध होगा।